सावन स्पेशल क्यों मनहरण वर्मा जी (अधिवक्ता) जनपद पंचायत सदस्य क्षेत्र क्रमांक 7 सारा गांव नीलजा जनपद पंचायत धरसीवां रायपुर ने सावन का महत्व बताया !

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सावन स्पेशल क्यों मनहरण वर्मा जी (अधिवक्ता) जनपद पंचायत सदस्य क्षेत्र क्रमांक 7 सारा गांव नीलजा जनपद पंचायत धरसीवां रायपुर ने सावन का महत्व बताया

सारागांव: सावन का महीना हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है, क्योंकि यह शिव को समर्पित होता है। यह महीना आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और धार्मिक दृष्टिकोण से खास माना जाता है। आइए, सावन के महत्व और इसकी विशेषताओं को विस्तार से समझते हैं:1. सावन का धार्मिक महत्वशिव भक्ति का महीना: सावन का महीना भगवान शिव की भक्ति के लिए सबसे पवित्र माना जाता है। मान्यता है कि इस महीने में शिव की पूजा करने से मनोवांछित फल प्राप्त होते हैं और जीवन के कष्ट दूर होते हैं।समुद्र मंथन की कथा: पौराणिक कथाओं के अनुसार, सावन में समुद्र मंथन के दौरान निकला विष (हलाहल) भगवान शिव ने अपने कंठ में धारण किया था, जिसके कारण उनका कंठ नीला पड़ गया और उन्हें नीलकंठ कहा गया। इस घटना के सम्मान में सावन में शिव पूजा का विशेष महत्व है।शिव का जलाभिषेक: सावन में शिवलिंग पर जल, दूध, दही, शहद, और बेलपत्र चढ़ाने की परंपरा है। ऐसा माना जाता है कि इससे शिव प्रसन्न होते हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं।सावन सोमवार: सावन के प्रत्येक सोमवार को विशेष रूप से शिव पूजा की जाती है। इन सोमवारी व्रतों को करने से भक्तों को सुख, समृद्धि और मोक्ष की प्राप्ति होती है।2. सावन की प्रमुख विशेषताएंसावन का समय: हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन का महीना जुलाई-अगस्त के दौरान आता है। यह पांचवां महीना होता है और आमतौर पर 30 दिन का होता है।प्रकृति और सावन: सावन बारिश का मौसम होता है, जिससे प्रकृति हरी-भरी हो जाती है। यह समय शिव की सृष्टि और प्राकृतिक सौंदर्य से जोड़ा जाता है। बरसात के कारण शिवलिंग पर जल चढ़ाने की परंपरा और भी प्रासंगिक हो जाती है।कांवड़ यात्रा: सावन में लाखों भक्त कांवड़ यात्रा करते हैं। वे पवित्र नदियों जैसे गंगा, यमुना आदि से जल लाकर शिवलिंग पर चढ़ाते हैं। यह यात्रा भक्ति और तप का प्रतीक है।3. सावन में होने वाले प्रमुख व्रत और त्योहारसावन सोमवार व्रत: प्रत्येक सोमवार को भक्त उपवास रखते हैं और शिव मंदिरों में पूजा-अर्चना करते हैं। यह व्रत अविवाहित लड़कियों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जो अच्छे वर की कामना करती हैं।हरियाली तीज: सावन में हरियाली तीज का त्योहार मनाया जाता है, जो सुहागिन महिलाओं के लिए विशेष होता है। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं और शिव-पार्वती की पूजा करती हैं।नाग पंचमी: सावन में नाग पंचमी भी मनाई जाती है, जिसमें नाग देवता की पूजा की जाती है। यह शिव से भी जुड़ा है, क्योंकि शिव के गले में नाग लिपटे रहते हैं।रक्षाबंधन: सावन की पूर्णिमा को रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाता है, जो भाई-बहन के प्यार का प्रतीक है।4. सावन में शिव पूजा के लाभआध्यात्मिक उन्नति: सावन में शिव की उपासना से मन शांत होता है और आत्मिक शांति मिलती है।विवाह और संतान सुख: अविवाहित लोग अच्छे जीवनसाथी की प्राप्ति के लिए और विवाहित लोग संतान सुख के लिए सावन में व्रत और पूजा करते हैं।पापों का नाश: मान्यता है कि सावन में शिव की पूजा करने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।स्वास्थ्य और समृद्धि: शिव की कृपा से स्वास्थ्य, धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है।5. सावन में पूजा की विधिशिवलिंग का अभिषेक: सुबह जल्दी उठकर स्नान करें, फिर शिवलिंग पर जल, दूध, दही, शहद, घी, और बेलपत्र चढ़ाएं।मंत्र जाप: “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें। शिव चालीसा, रुद्राष्टक या महामृत्युंजय मंत्र का पाठ भी लाभकारी होता है।व्रत: सोमवार व्रत में फलाहार या सात्विक भोजन करें। पूरे दिन शिव भक्ति में लीन रहें।दान-पुण्य: सावन में दान करने का विशेष महत्व है। गरीबों को भोजन, वस्त्र या अन्य जरूरी चीजें दान करें।6. सांस्कृतिक महत्वसावन में मेले, भजन-कीर्तन और धार्मिक आयोजन होते हैं, जो सामाजिक एकता को बढ़ाते हैं।यह महीना प्रकृति के साथ तालमेल का भी प्रतीक है, क्योंकि बारिश के कारण धरती का सौंदर्य निखरता है।7. कुछ खास मान्यताएंसावन में शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाने से विशेष फल मिलता है, क्योंकि बेलपत्र शिव को अत्यंत प्रिय है।इस महीने में मांस, मदिरा और तामसिक भोजन से परहेज करने की सलाह दी जाती है।सावन में भक्तों का उत्साह और भक्ति चरम पर होती है, जिससे मंदिरों में विशेष भीड़ देखने को मिलती है।निष्कर्षसावन का महीना भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का सुनहरा अवसर है। यह समय भक्ति, तप, और प्रकृति के साथ सामंजस्य का प्रतीक है। सावन में की गई पूजा, व्रत, और दान-पुण्य से न केवल आध्यात्मिक लाभ मिलता है, बल्कि जीवन में सुख-शांति और समृद्धि भी आती है।

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